https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1460175022580748 ias क्या होता है what is the work of ias ? ias का क्या काम होता है?

ias क्या होता है what is the work of ias ? ias का क्या काम होता है?

Rm News
By -
0

IAS का पूरा नाम Indian Administrative Service है। यह भारत की सिविल सेवा का एक प्रमुख और प्रतिष्ठित अंग है। IAS अधिकारी देश के प्रशासनिक ढांचे का हिस्सा होते हैं और केंद्र और राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों में उच्च पदों पर कार्य करते हैं।

IAS बनने की प्रक्रिया:

1.UPSC परीक्षा: IAS अधिकारी बनने के लिए आपको संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (CSE) पास करनी होती है। यह परीक्षा तीन चरणों में होती है:

  •    प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
  •    मुख्य परीक्षा (Mains)
  •    साक्षात्कार (Interview)


2. चयन और प्रशिक्षण: परीक्षा पास करने के बाद चयनित उम्मीदवारों को लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी में प्रशिक्षण दिया जाता है।

3. IAS अधिकारी की भूमिका:

  • नीतियां बनाना और लागू करना: सरकार की योजनाओं और नीतियों को लागू करना।
  • प्रशासनिक कार्य: जिले या राज्य के विभिन्न विभागों का प्रबंधन।
  • जिलाधिकारी (DM): एक जिले का प्रशासनिक मुखिया।
  • आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखना।
  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करना: कभी-कभी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों और संगठनों में भारत का प्रतिनिधित्व करना।

4. IAS बनने के फायदे:

  1. प्रतिष्ठा और सम्मान।
  2. उच्च पद और वेतन।
  3. समाज के लिए योगदान करने का अवसर।
  4. विभिन्न विभागों में करियर के कई अवसर।


यदि आपका लक्ष्य IAS बनना है, तो मेहनत, अनुशासन और सही रणनीति बहुत जरूरी है।

ias क्या काम करता है ?

IAS (Indian Administrative Service) भारत की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक है। एक IAS अधिकारी के कार्य कई प्रकार के होते हैं, जो उनकी पोस्टिंग और जिम्मेदारियों के अनुसार बदलते रहते हैं। सामान्यतः IAS अधिकारी के काम को चार प्रमुख श्रेणियों में बांटा जा सकता है:

1. प्रशासनिक कार्य:

  • जिले या राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखना।
  • सरकार की नीतियों और योजनाओं को लागू करना।
  • जिले के विभिन्न विभागों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, आदि का प्रबंधन।
  • प्राकृतिक आपदाओं (जैसे बाढ़, भूकंप) के दौरान राहत कार्यों का नेतृत्व करना।

2. नीति निर्माण और क्रियान्वयन:

  • केंद्र और राज्य सरकार के लिए नई नीतियों का मसौदा तैयार करना।
  • योजनाओं और परियोजनाओं की क्रियान्वयन की निगरानी करना।
  • विभिन्न सरकारी योजनाओं की समीक्षा और उनका मूल्यांकन करना।

3. विकास कार्य:

  • ग्रामीण और शहरी विकास से संबंधित परियोजनाओं की योजना बनाना और उन्हें लागू करना।
  • सार्वजनिक सेवाओं में सुधार करना और नागरिकों की शिकायतों को सुनना।
  • सामाजिक विकास कार्यक्रमों (जैसे शिक्षा, महिला सशक्तिकरण) का संचालन।

4. न्यायिक कार्य:

  • मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य करना (विशेष रूप से शुरुआती करियर में)।
  • कानून और व्यवस्था से संबंधित मामलों पर निर्णय लेना।
  • विवाद समाधान और जांच कार्यों में सहायता करना।

पोस्टिंग के आधार पर काम:

IAS अधिकारी की पोस्टिंग तीन स्तरों पर होती है, और उनके काम उसी के अनुसार बदलते हैं:

1. जिला स्तर (District Collector/DM):

  • पूरे जिले का प्रशासनिक प्रमुख होता है।
  • कानून और व्यवस्था बनाए रखना।
  • विकास योजनाओं का क्रियान्वयन और निगरानी।

2. राज्य स्तर (Secretary/Commissioner):

  • किसी विशेष विभाग (जैसे स्वास्थ्य, कृषि) का नेतृत्व करना।
  • राज्य सरकार के निर्देशों का पालन और क्रियान्वयन सुनिश्चित करना।

3. केंद्र स्तर (Joint Secretary/Secretary):

  • केंद्र सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों का निर्माण।
  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व।

IAS अधिकारी का काम जनता और सरकार के बीच एक सेतु का काम करना है। उनकी भूमिका प्रशासनिक, विकासात्मक और न्यायिक कार्यों में संतुलन बनाए रखने की होती है।

IAS (Indian Administrative Service) अधिकारी बनने के लिए आपको सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) पास करनी होती है, जो भारत में UPSC (Union Public Service Commission) द्वारा आयोजित की जाती है। नीचे इस प्रक्रिया और इसके सिलेबस का विवरण दिया गया है:

IAS बनने की प्रक्रिया:

1. योग्यता (Eligibility):

शैक्षणिक योग्यता: किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Graduation)।

आयु सीमा:

  • सामान्य वर्ग: 21 से 32 वर्ष।
  • OBC: 21 से 35 वर्ष।
  • SC/ST: 21 से 37 वर्ष। 

प्रयासों की संख्या:

  • सामान्य वर्ग: 6 प्रयास।
  • OBC: 9 प्रयास।
  • SC/ST: कोई सीमा नहीं।

2.परीक्षा चरण:

प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam): 2 पेपर होते हैं: 

  • GS Paper 1 (सामान्य अध्ययन): 100 प्रश्न, 200 अंक।
CSAT (Aptitude Test): 80 प्रश्न, 200 अंक (Qualifying – केवल 33% चाहिए)। 

मुख्य परीक्षा (Mains Exam):

  • 9 पेपर होते हैं:
  • 2 भाषा के पेपर (Qualifying)।
  • 7 पेपर (Merit-based) – निबंध, सामान्य अध्ययन, और वैकल्पिक विषय।

 साक्षात्कार (Interview):

  • व्यक्तित्व परीक्षण (Personality Test) के लिए 275 अंक।


3. अंतिम चयन:

  • मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। 

IAS परीक्षा का सिलेबस:



1. प्रारंभिक परीक्षा (Prelims):

GS Paper 1 (सामान्य अध्ययन):

  • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं।
  • भारतीय इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम।
  • भारतीय संविधान, शासन, और राजनीति।
  • भारतीय अर्थव्यवस्था और विकास।
  • पर्यावरण और पारिस्थितिकी।
  • सामान्य विज्ञान।
  • भूगोल (भारत और विश्व)।


CSAT (Paper 2):

  • तर्कशक्ति (Logical reasoning)।
  • गणितीय क्षमता।
  • समझ (Comprehension)।
  • निर्णय लेने की क्षमता।

 2. मुख्य परीक्षा (Mains):

Language Papers (Qualifying):

  • एक भारतीय भाषा और अंग्रेजी।
  • Paper 1: निबंध (Essay)।
  • Paper 2-5: सामान्य अध्ययन (General Studies):
  • GS 1: भारतीय विरासत, इतिहास, भूगोल।
  • GS 2: शासन, संविधान, अंतर्राष्ट्रीय संबंध।
  • GS 3: अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, आपदा प्रबंधन।
  • GS 4: नैतिकता, ईमानदारी और सच्चाई।
  • Paper 6-7: वैकल्पिक विषय (Optional Subject): 48 विषयों में से किसी एक का चयन करना होता है (जैसे: इतिहास, समाजशास्त्र, साहित्य, भूगोल, आदि)।

3. साक्षात्कार (Interview):

  • आपकी व्यक्तिगतता, निर्णय लेने की क्षमता, और प्रशासनिक गुणों का आकलन किया जाता है।

तैयारी के टिप्स:

  1. NCERT किताबों से शुरुआत करें।
  2. अखबार पढ़ें (जैसे: The Hindu, Indian Express)।
  3. पिछले साल के प्रश्न पत्र हल करें।
  4. एक अच्छा टाइम टेबल बनाएं और उसका पालन करें।
  5. ऑनलाइन मॉक टेस्ट और नोट्स का उपयोग करें।


Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)